धमवाड़ी सुन्द्रा हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट- यह विद्युत परियोजना पब्बर नदी पर आंध्रा प्रोजेक्ट के साथ बनाई जाएगी। इसकी क्षमता 70 मैगावाट होगी। प्रारम्भ में इस परियोजना का समझौता मैसर्ज धमवाड़ी पावर कम्पनी का साथ 17.10.1996 को किया गया था। बाद में इसे रद्द कर दिया गया। यह परियोजना हज़ारा इंजीनियरिंग द्वारा पूरी की जाएगी।
शिमला जिले के इंटीरियर रोहरू क्षेत्र में 70 मेगावाट धामवारी-सुंदर जल विद्युत परियोजना पर काम 10 जून 2002 को शिमला से 150 किमी दूर टिकारी गांव में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पी के धूमल द्वारा नींव के पत्थर लगाने के साथ शुरू हुआ। 450 करोड़ रुपये की लागत से धामवारी पावर कंपनी द्वारा लागू की जा रही परियोजना, आर्थिक गतिविधि पैदा करने के अलावा लगभग 10,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेगी। इस परियोजना में यमुना नदी की एक सहायक नदी पाबबर नदी में एक मोड़ बांध और 10 किमी लंबी सुरंग का निर्माण शामिल है। शिमला में उत्तरी ग्रिड को खिलाने के लिए उत्पन्न बिजली को 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से निकाला जाएगा। परियोजना को जुलाई 2001 में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण से मंजूरी मिली थी।
Comment with Facebook Box